हाइलाइट्स
इस साल अब तक राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में 19 जवान शहीद हो चुके हैं.
आतंकी लगातार राजौरी और पुंछ में सेना की वाहनों को निशाना बना रहे हैं.
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में पांच जवानों की शहादत की घटना ने हर किसी को झकझोर दिया. ऑपरेशन के लिए जा रहे जवानों की गाड़ियों पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए. वहीं इस हमले के बाद सेना ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है. करीब 15 घंटे से आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ जारी है. इस बीच जानकारी मिली है कि आतंकियों ने जिस इलाके में सेना की गाड़ी को निशाना बनाया है, वहां करीब दो महीने पहले रेकी कर के गए थे.
इसके अलावा सूत्रों से यह बड़ी जानकारी सामने आई है कि स्थानीय लोगों ने आतंकियों की मदद की थी. इस बीच आईएसआईएस की साजिश का भी खुलासा हुआ है, जिसमें जानकारी मिली है कि प्लान के तहत हाइवें पर सेना को निशाना बनाने के साथ-साथ रेलवे ट्रैक को भी निशाना बनाने की प्लानिंग की गई है. इससे पहले नवंबर के महीने में 5 जवान शहीद हुए थे. वहीं अप्रैल-मई में भी पांच-पांच जवान शहीद हो गए थे.
गुरुवार को अधिकारियों ने बताया कि शहीद हुए दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत थे. अधिकारियों ने बताया कि सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर अपराह्न करीब पौने चार बजे हमला किया गया. जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों – गुलाम नबी आजाद और महबूबा मुफ्ती ने हमले की कड़ी निंदा की है. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में ‘‘पुख्ता खुफिया जानकारी’’ के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों – एक ट्रक और एक जिप्सी – पर गोलीबारी कर दी. रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि बलों ने हमले का त्वरित जवाब दिया.
अधिकारियों ने बताया कि इस जारी अभियान में पांच सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटनास्थल की व्यथित करने वाली तस्वीरों और वीडियो में सड़क पर पड़ा खून, सैनिकों के टूटे हुए हेलमेट और सेना के दो वाहनों के टूटे हुए शीशे दिखाई दे रहे हैं. अधिकारियों ने भीषण टकराव के दौरान सैनिकों और आतंकवादियों के बीच आमने-सामने की लड़ाई होने की संभावना से इनकार नहीं किया.
अधिकारियों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि जिन सैनिकों पर हमला किया गया, आतंकवादी उनके हथियार लेकर चले गए हैं. राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में इस साल मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और 28 आतंकवादी मारे गए हैं. इन मुठभेड़ों में कुल 54 लोग मारे गए हैं. इससे पहले अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हो गए थे. चमरेर में 11 अक्टूबर को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए थे, जबकि 14 अक्टूबर को एक निकटवर्ती जंगल में एक जेसीओ और तीन सैनिकों ने जान गंवाई थी.
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Tags: Jammu and kashmir encounter, Poonch encounter
FIRST PUBLISHED : December 22, 2023, 07:59 IST