



हाइलाइट्स
मैसूर के अरुण योगीराज शिल्पी ने ‘राम लला’ की मूर्ति को तैयार किया.
इसे चार दिन पहले मंदिर में स्थापित किए जाने की संभावना है.
रामलला की प्रतिमा को पूरा करने में छह महीने लगे.
मैसूर. एक तरफ जहां अयोध्या में राम मंदिर (Ram Temple) के उद्घाटन की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, वहीं मैसूर के अरुण योगीराज शिल्पी (Arun Yogiraj Shilpi) ने ‘राम लला’ की मूर्ति (Ram Lalla Statue) का काम पूरा कर लिया है. इसे कार्यक्रम से चार दिन पहले मंदिर में स्थापित किए जाने की संभावना है. अरुण देश के उन तीन मूर्तिकारों में से एक थे, जिन्हें राम लला की मूर्तियों को गढ़ने का काम दिया गया था. इनके अलावा बेंगलुरु के जीएल भट्ट और राजस्थान के सत्यनारायण पांडे को भी रामलाल की मूर्तियां बनाने का काम सौंपा गया था. ‘डेक्कन हेरॉल्ड’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक अरुण ने कहा कि ‘रामलला की प्रतिमा को पूरा करने में छह महीने लगे. यह पैर से माथे तक 51 इंच लंबी है.’
अरुण योगीराज शिल्पी ने बताया कि ‘प्रभावली’ सहित पूरी मूर्ति आठ फीट से अधिक लंबी और साढ़े तीन फीट चौड़ी है. यह पांच साल के बच्चे के रूप में भगवान राम की मूर्ति है, जो धनुष और तीर पकड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि तीन मूर्तियों में से एक को अयोध्या में राम मंदिर में अंतिम स्थापना के लिए चुना जाएगा. अगर अरुण की इस प्रतिमा को राम मंदिर में लगाने के लिए अंतिम रूप चुना जाता है, तो यह अरुण की तीसरी प्रतिमा होगी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी () करेंगे. इससे पहले केदारनाथ में स्थापित उनकी बनाई श्री आदिशंकराचार्य की मूर्ति और दिल्ली में इंडिया गेट या कर्तव्य पथ पर स्थापित सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया था.
अरुण योगीराज शिल्पी उन 2,000 गणमान्य लोगों में से एक हैं, जिन्हें 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है. अरुण ने यह भी बताया कि उन्हें डॉ. बीआर अंबेडकर की मूर्ति बनाने के लिए न्याय विभाग से ऑर्डर मिला है. डॉ. बीआर अंबेडकर की इस मूर्ति को दिल्ली के जैसलमेर हाउस में स्थापित किया जाएगा. उन्होंने इस पर काम शुरू भी कर दिया है और उन्हें फरवरी के अंत तक काम पूरा करने को कहा गया है.

अरुण योगीराज शिल्पी ने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा का उद्घाटन 14 अप्रैल को डॉ. बीआर अंबेडकर की 133वीं जयंती के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किए जाने की संभावना है. पांचवीं पीढ़ी के मूर्तिकार 40 वर्षीय अरुण ने एमबीए किया है. उन्होंने 2008 में मूर्तियां बनाने की परंपरा को जारी रखने के लिए अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी थी और अब तक वह 1,000 से अधिक मूर्तियां बना चुके हैं. मूर्तिकला की कला उन्हें अपने पूर्वजों से विरासत में मिली थी.
.
Tags: Ayodhya Ram Temple, Ram Temple, Ram Temple Ayodhya, Ram Temple Construction
FIRST PUBLISHED : December 22, 2023, 09:28 IST