नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद शनिवार को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक खत्म की, जहां लोकसभा और विधानसभा चुनावों के अलावा अयोध्या में राम मंदिर को लेकर भी चर्चा की गई. बैठक में राम मंदिर पर सभी पदाधिकारियों को ब्रीफ़ किया गया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा राम मंदिर के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों में पूरी ताक़त से बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को लगने के निर्देश दिए गए हैं
बैठक में राम मंदिर को लेकर पार्टी ने जो प्रयास किए हैं, कार्यकर्ताओं को उनकी जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश मिले हैं. उनसे कहा गया है कि आरएसएस और वीएचपी जो आयोजन कर रही हैं, उनमें पूरी तरह सहभागिता करनी है.
पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश मिले हैं कि सरकार ने भव्य राम मंदिर के लिए जो भी कदम उठाए हैं, उनकी अपने-अपने क्षेत्रों में बुकलेट बनाकर बांटें. उसके अलावा विपक्ष द्वारा राम मंदिर निर्माण को रोकने के लिए जो-जो किया गया उसको भी जनता के बीच में जाकर बताने को कहा गया है.
बैठक के पहले दिन शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों एवं लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के लिए आवश्यक भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा तय करने के लिए मंथन किया गया था. तकरीबन साढ़े चार घंटे तक चली इस मैराथन बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पूरे समय मौजूद रहे.
इस बैठक की शुरुआत उस दिन हुई जब जंतर-मंतर पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ का विरोध प्रदर्शन हुआ, केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए गए और देश में लोकतंत्र को खत्म किए जाने का आरोप लगाते हुए इसे बचाने के पक्ष में आवाज बुलंद की गई.
भाजपा की बैठक को लेकर पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया, लेकिन सूत्रों ने बताया कि यह बैठक संगठनात्मक ढांचे को आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सक्रिय करने और ‘मोदी की गारंटी’ को जनता के बीच अधिक से अधिक पहुंचाने पर केंद्रित रही. यह बैठक राजधानी स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय (विस्तार) में हुई. इस बैठक की अध्यक्षता जे पी नड्डा ने की.
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FIRST PUBLISHED : December 23, 2023, 18:19 IST